महाराष्ट्र: फिर आमने-सामने फिर CM शिंदे की पार्टी और BJP,लोकसभा सीट को लेकर टेंशन रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग: भाजपा और शिंदे शिवसेना के नेता फिर से आमने-सामने आ गए हैं.रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट को लेकर.यहां लोकसभा सीट को लेकर हो रही टक्कर ने राजनीतिक समीकरण में चुनौती पैदा की है और लोकतंत्र के मैदान में नए दिशा-निर्देश को दर्शाने का एक मौका प्रदान किया है।इस क्षेत्र में हुई घटनाओं ने स्थानीय राजनीतिकों की चर्चा को बढ़ा दिया है, और यहां विभाजन और यूनिटी की बातें चर्चित हो रही हैं। मुख्यमंत्री आश्रय शिंदे की पार्टी ने इस क्षेत्र के लिए अपने प्रतिष्ठानुयायी परियोजनाओं का जिक्र करते हुए यह दावा किया है कि उनके नेतृत्व में क्षेत्र में विकास की गति हुई है। उनकी पार्टी ने भी लोगों को विकास की ओर मोड़ने का वादा किया है, जिससे इस क्षेत्र को एक नए युग की ओर बढ़ावा मिले।महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज महायुति गठबंधन सरकार के नेताओं के बीच विवाद खत्म नहीं हो रहा है. अब भाजपा और शिवसेना के बीच रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र को लेकर विवाद छिड़ गया है. शुक्रवार को शिवसेना के वरिष्ठ नेता रामदास कदम ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे द्वारा रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट पर भाजपा का दावा जताए जाने का कड़ा विरोध किया है.
बीजेपी-शिवसेना के नेताओं में छिड़ी जंग: भाजपा और शिवसेना, महाराष्ट्र राज्य के दो प्रमुख राजनीतिक दल, के नेताओं के बीच विवाद और छिड़ी जंग के दौरान सियासी माहौल में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। यह विवाद महाराष्ट्र की सियासी स्थिति को बदल सकता है और राजनीतिक गतिविधियों में नए परिवर्तनों की संभावना बढ़ा रहा है।