मायावती:अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल है किया जा रहा है गुमराह :मायावती का यह बयान उत्तर प्रदेश में चुनावी रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर जब उत्तर प्रदेश चुनावों की तैयारी में विभिन्न दलों ने अपनी पूर्वनिर्धारित चरणों को आगे बढ़ाया है। मायावती का एकल चुनाव लड़ने का फैसला उनकी चुनावी रणनीति की अच्छाई को बढ़ा सकता है और इससे बीएसपी को अपनी प्रतिस्थापना के लिए एक स्ट्रॉन्ग पोजीशन मिल सकती है।बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. उन्होंने कहा कि बीएसपी देश में लोकसभा का आमचुनाव अकेले अपने बलबूते पर पूरी तैयारी और दमदारी के साथ लड़ रही है. उन्होंने तीसरा मोर्चा बनाने की अटकलों को अफवाह और घोर फर्जी खबर बताई.
- “मायावती ने तीसरा मोर्चा बनाने की अटकलों को अफवाह और घोर फर्जी खबर बताई:
- मायावती, बीएसपी की प्रमुख, ने हाल ही में चुनावी परिस्थितियों को लेकर एक बड़ा निर्णय किया है और तीसरा मोर्चा बनाने की अटकलों को अफवाह और घोर फर्जी खबर बताई हैं। मायावती ने अपने समर्थकों और चुनावी प्रतिद्वंद्वियों को सतर्क रहने की अपील की है और उन्होंने इस निर्णय का समर्थन करते हुए बताया है कि उनका लक्ष्य बीएसपी को बड़ा बनाना है और विपक्ष को मजबूत करना है।
मायावती ने यह दावा किया है कि उसे तीसरा मोर्चा बनाने का निर्णय लेने का कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है, और यह सभी अफवाहें और फर्जी खबरें हैं। उन्होंने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया है जिसका उद्देश्य उनके समर्थन में रहने वाले करीबी दलों को भ्रमित करना है।
मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा, “मुझे समय-समय पर कई अफवाहें सुनने को मिल रही हैं कि मैंने तीसरा मोर्चा बनाने का निर्णय लिया है। इसका निर्णय लेने का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और यह सभी अफवाहें और फर्जी खबरें हैं।””