- “, प्रताप सिंह बाजवा का बड़ा आरोप,BJP को फायदा पहुंचाने के लिए कांग्रेस नेताओं की खरीद-फरोख्त कर रही AAP’ दल : पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि AAP अन्य जगहों पर इंडिया ब्लॉक में शामिल होन की उम्मीद है, लेकिन वह पंजाब में कांग्रेस नेताओं को अपने पाले में करने पर तुली हुई है.पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने हाल ही एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) अन्य राज्यों में इंडिया ब्लॉक में भागीदार बन सकती है, लेकिन पंजाब में वह कांग्रेस नेताओं को अपने पाले में करने के लिए तुली हुई है। यह बयान राजनीतिक समीकरण को मजबूत करने वाला है और पंजाब की राजनीतिक स्थिति पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है। लोकसभा चुनावों की घोषणा से कुछ दिन पहले पंजाब में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के तीन प्रमुख वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी छोड़ दी थी. ये नेता थे पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर, कांग्रेस विधायक दल के उपनेता राजकुमार छेबेवाल और बस्सी पथाना से पार्टी के पूर्व विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी. जहां परनीत कौर भाजपा में शामिल हुईं, वहीं छेबेवाल और जीपी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे. पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि AAP अन्य जगहों पर इंडिया ब्लॉक में शामिल हो सकती है, लेकिन वह पंजाब में कांग्रेस नेताओं को अपने पाले में करने पर तुली हुई है. बाजवा ने कहा, ‘AAP इंडिया गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद पंजाब कांग्रेस में दलबदल के लिए जिम्मेदार है. वह विजिलेंस डिपार्टमेंट का उपयोग करके ऐसा कर रही है. AAP केवल कांग्रेस नेताओं को तोड़ रही है. भाजपा और शिअद सहित अन्य दलों के नेताओं को तोड़ने से बच रही है. पंजाब में गठबंधन पर बात नहीं बनने के बाद हमें इसकी आशंका थी’. AAP के प्रवेश से पंजाब की राजनीति में एक नया उत्साह आएगा। विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच टकराव बढ़ेगा, और जनता को नई राजनीतिक विकल्पों की ओर मोड़ने का मौका मिलेगा।
पंजाब के राजनीतिक समीकरण में यह बदलाव बड़ा महत्वपूर्ण है। AAP का प्रवेश इसे और भी रोमांचित करेगा और विभिन्न दलों के बीच टकराव को मजबूत करेगा।
इस संदर्भ में, AAP के प्रवेश से भारतीय राजनीति में भी एक नया संदेश मिलेगा। AAP का प्रवेश दिखाता है कि राजनीतिक दल अपनी विचारधारा को बदलते समय और परिस्थितियों के अनुसार राजनीतिक जीवन में उतर सकते हैं।
इस तरह, पंजाब में AAP के प्रवेश से राजनीति में नए दिशानिर्देश और संभावनाएं खुली हैं। यह नया राजनीतिक दौर उम्मीदों का परिचय कराता है, जिसमें विभिन्न दलों के बीच टकराव और नई राजनीतिक सोच का मैदान है। इससे सामाजिक और राजनीतिक तौर पर पंजाब का भविष्य भी प्रकाशमान हो रहा है।”